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2025 में गोल्ड लोन में 87% की जबरदस्त बढ़ोतरी | जानिए क्यों छोड़ रहे लोग पर्सनल लोन

भारत में गोल्ड लोन लेने का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। फरवरी 2024 में जहां गोल्ड लोन का कुल आंकड़ा 1.02 लाख करोड़ रुपये था, वहीं फरवरी 2025 तक यह बढ़कर 1.91 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। यानी केवल एक साल में इसमें 87.4 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, लोग अब पर्सनल लोन की तुलना में अपने सोने के आभूषणों को गिरवी रखकर ज्यादा कर्ज लेना पसंद कर रहे हैं।

इसकी वजह साफ है – सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी और तुरंत पैसे की जरूरत। ऐसे में लोग सुरक्षित और आसान विकल्प के रूप में गोल्ड लोन की ओर रुख कर रहे हैं।

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पर्सनल लोन की तुलना में गोल्ड लोन क्यों हुआ ज्यादा पॉपुलर

फरवरी 2024 में पर्सनल लोन की सालाना वृद्धि दर 21.7 प्रतिशत थी, लेकिन फरवरी 2025 में यह घटकर 7.9 प्रतिशत रह गई। वहीं दूसरी ओर, गोल्ड लोन की वृद्धि दर एक साल में 15.02 प्रतिशत से बढ़कर 87.4 प्रतिशत हो गई। यह बड़ा अंतर इस बात की ओर इशारा करता है कि आर्थिक दबाव या तुरंत नगदी की जरूरत के समय लोग अब पर्सनल लोन की बजाय गोल्ड लोन को प्राथमिकता दे रहे हैं।

पर्सनल लोन में जहां कागजी कार्यवाही ज्यादा होती है और ब्याज दरें भी अधिक होती हैं, वहीं गोल्ड लोन जल्दी, कम दस्तावेजों के साथ और कम ब्याज पर मिल जाता है। यही कारण है कि लोग अपने घरों में रखे सोने को गिरवी रखकर तत्काल लोन प्राप्त कर रहे हैं।

आरबीआई के आंकड़े क्या बताते हैं

आरबीआई ने 41 बैंकों से डेटा इकट्ठा करने के बाद यह रिपोर्ट जारी की है। इन आंकड़ों के अनुसार न केवल गोल्ड लोन, बल्कि अन्य लोन कैटेगरी जैसे व्हीकल लोन, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स लोन (लंबे समय चलने वाले सामानों पर कर्ज), और अन्य पर्सनल लोन की वृद्धि दर में भी गिरावट दर्ज की गई है। केवल क्रेडिट कार्ड बकाया में थोड़ी वृद्धि देखने को मिली है, जो फरवरी 2025 तक 2.9 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। इसमें 15.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

ये सभी आंकड़े यह संकेत देते हैं कि लोग अब सोच-समझकर लोन ले रहे हैं और सुरक्षित विकल्पों को चुन रहे हैं। सोना पहले भी सुरक्षित निवेश माना जाता था और अब यह सुरक्षित कर्ज का भी जरिया बन गया है।

गोल्ड लोन में तेजी के पीछे के बड़े कारण

गोल्ड लोन में आई इस तेजी के पीछे सबसे बड़ा कारण है सोने की कीमतों में उछाल। जैसे-जैसे सोने की कीमत बढ़ती है, लोग अपने आभूषणों को गिरवी रखकर अधिक रकम प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, आर्थिक रूप से परेशान लोगों के लिए यह एक आसान और सुरक्षित विकल्प है, जिसमें बैंकों को भी कम जोखिम होता है।

दूसरी बात यह है कि गोल्ड लोन जल्दी मंजूर हो जाता है और इसमें ज्यादा दस्तावेजों की जरूरत नहीं होती। यही वजह है कि ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों तक लोग अब गोल्ड लोन को प्राथमिकता देने लगे हैं। खासकर छोटे व्यापारियों, किसानों और मध्यम वर्गीय परिवारों में इसकी मांग काफी बढ़ी है।

आने वाले समय में क्या हो सकता है ट्रेंड

अगर यह ट्रेंड ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में गोल्ड लोन भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाला लोन सेगमेंट बन सकता है। सरकार और बैंक दोनों इस दिशा में काम कर रहे हैं कि गोल्ड लोन को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक आसानी से पहुंचाया जा सके। डिजिटल एप्लिकेशन, आसान प्रक्रिया और कम ब्याज दरें इसे और भी लोकप्रिय बना सकती हैं।

हालांकि, साथ में यह भी जरूरी है कि लोग समय पर लोन चुकाएं और अपने कीमती आभूषणों को सुरक्षित रखें। गोल्ड लोन एक अच्छा विकल्प है लेकिन सोच-समझकर और जिम्मेदारी के साथ इसका इस्तेमाल करना चाहिए

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